10+ पुणे में घूमने की जगह और उसकी जानकारी | Pune me ghumne ki Jagah
क्या आप जानते है? पुणे महाराष्ट्र राज्य का दूसरा बड़ा और सबसे खूबसूरत शहर है | क्या आप भी पुणे आये है या फिर आने वाले है ? और ढूंढ रहे है की (Pune me ghumne ki jagah) पुणे में घूमने की जगह कोनसी है?
तो आइये इस ब्लॉग में हम देखते है की पुणे शहर के इतिहास और संस्कृति के बारे में, पुणे के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में और इसी के साथ इस खूबसूरत पुणे शहर की १० से अधिक जगह के बारे में जो आपको एक बार अवश्य देखनी चाहिए|
Table of Contents
1. शनिवार वाडा | Shaniwar Wada In Hindi
शनिवार वाडा यह एक पुणे शहर के बीचों बिच शनिवार पेठ में स्थित भव्य वास्तु है| इस महल का निर्माण 1732 में पहिला बाजीराव ने पेशवाओ के निवास के लिए करवाया था| पहिला बाजीराव जो की मराठा शासक छत्रपती साहू के पेशवा या प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते थे| यह इमारत सालो पहले ७ मंज़िल की हुआ करती थी| यहाँ करीब करीब 1000 से ज्यादा लोग रहते थे| लेकिन 1827 में लगी भयानक आग की वजह से शनिवार वाड़ा का बोहोत सा हिस्सा जल कर नष्ट हो गया| इस महल का पहला मंजिला पत्थर का और बाकी मंजिले ईंटो के कारण इसका सिर्फ निचे का हिस्सा बच गया| इस महल में जाने के लिए कुल 5 दरवाजे है जिसमे से अभी सिर्फ एक मुख्य द्वार चालू है जिसे दिल्ली दरवाजा के नाम से जाना जाता है| कहा जाता है की इस महल में बोहोत से रहस्य छुपे हुए है| यहाँ हर रोज शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक लाइट एंड साउंड शो होता है| जिसकी टिकट २५ रुपये प्रति व्यक्ती है| शनिवार वाड़ा एन्ट्री टिकिट भारतीय व्यक्ती के लिये ५ रुपये और foreigners के लिये १२५ रुपये है| यह महल हर दिन सुबह ९:३० से शाम ५:३० बजे तक खुला रहता है|
2. लाल महल | Laal Mahal In Hindi
लाल महल यह पुणे शहर में स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक है| जिसे 1630 में मराठा साम्राज्य के वीर छत्रपती शिवाजी महाराज के पिताजी शहाजी राजे भोसले ने अपनी पत्नी जिजाबाई और उनके बेटे छत्रपती शिवाजी महाराज के लिए बनवाया था| शिवनेरी किले पर शिवाजी महाराज का जन्म होने के कुछ सालो बाद शहाजी राजे उनकी पत्नी जिजाबाई और उनके बेटे शिवाजी को लेके पुणे आये थे| इसी बिच पुणे शहर को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से शहाजी राजे ने इस महल का निर्माण करवाया था| छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपना बचपन इसी महल में बिताया| स्वराज्य में पहला किल्ला शामिल करने तक शिवाजी महाराज इसी महल में रहे थे| सतरावी शताब्दी में कई सरे हमले होने के कारन ये महल पूरा खंडर बन चूका था| कहा जाता है शनिवार वाडा का निर्माण करते समय इसी लाल महल की कुछ मिट्टी का इस्तेमाल किया गया था| इस लाल महल के बारे में ज्यादा जानकारी न होने के कारन अभी का लाल महल पुराने लाल महल के उसी मूल स्थान के छोटेसे हिस्से में बनवाया है| इस नए लाल महल की रचना पुराने लाल महल से बिलकुल अलग बनाई गयी है| इसके निर्माण का कार्य PMC द्वारा लगभग 1984 में शुरू हुआ और 1988 में ख़त्म हुआ| यहाँ जाने के लिए आप किसी भी प्राइवेट वाहन से या फिर रिक्षा के मदत से जा सकते है|
लाल महल खुलने का समय | Laal Mahal timing :
पुणे का यह लाल महल हर दिन सुबह 9 बजे से दोपहर के 1 बजे तक और शाम के 4:30 से 7 बजे तक खुला रहता है|
लाल महल का प्रवेश शुल्क | Laal Mahal Pune entry ticket :
लाल महल का प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ती 5 रुपये रखा गया है|
3. दगडुशेठ हलवाई गणपती मंदिर पुणे | Dagdusheth Halawai Ganpati Mandir In Hindi
श्रीमंत दगडुशेठ हलवाई गणपती मंदिर यह महाराष्ट्र पुणे शहर का सबसे लोकप्रिय गणेश मंदिर है| इसका निर्माण सन 1893 में किया गया है| कहा जाता है की कलकत्ता के एक मशहूर मिठाई के व्यापारी अपना व्यापार बढ़ाने हेतु पुणे शहर में अपने पत्नी और बेटे के साथ आये थे| लेकिन उसी दौरान पुणे शहर में प्लेग बिमारी की महामारी फैली हुई थी| तो इस बिमारी की वजह से दगडुशेठ हलवाई ने अपने बेटे को खो दिया| उसके बाद दगडुशेठ हलवाई अपने बेटे के आत्मा की शांति के लिए पंडित के पास गए थे| तब पंडित ने उन्हें गणपती का मंदिर बनवाने के लिए कहा गया था| उसके बाद दगडुशेठ हलवाई ने इस मंदिर का निर्माण किया और वहां गणपती जी की मूर्ति स्थापन की| और तब से इस मंदिर का नाम दगडुशेठ हलवाई गणपती मंदिर रखा गया है| कहाँ जाता है की इस मंदिर में कोई भी अगर दिल से कुछ मांगता है तो उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है|
दगडुशेठ हलवाई गणपती मंदिर पुणे शहर के बुधवार पेठ में स्थित है और यहाँ आप किसी भी प्राइवेट वाहन की मदत से जा सकते है|
4. आगा खान पैलेस | Aga Khan Palace Pune
आगा खान पैलेस महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में स्थित एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थल है| इस महल को इतिहास में बोहोत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है| ये वही महल है जहाँ महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी, सरोजिनी नायडू और महादेव देसाई को बंदी बनाया गया था| इसी के दौरान महात्मा गांधीजी की पत्नी कस्तूरबा गांधी और महादेव देसाई की मृत्यु हो गयी| इस महल का एतिहासिक महत्त्व को देखते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इसे “गांधी राष्ट्रीय स्मारक” के रूप में घोषित किया| आगा खान पैलेस में महात्मा गांधी जी का स्मारक और उनकी कुछ चीजों का संग्रह है|
आगा खान पैलेस घूमने का समय | Aga khan palace timing :
आगा खान पैलेस सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:30 बजे तक खुला रहता है।
आगा खान पैलेस का प्रवेश शुल्क | Aga khan palace entry ticket :
आगा खान पैलेस का प्रवेश शुल्क भारतीयों के लिए सिर्फ ५ रुपये और विदेशियों के लिए १०० रुपये है|
आगा खान पैलेस के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए क्लिक करे 👉 आगा खान पैलेस पुणे
5. सिंहगड किल्ला | Sinhagad Fort In Hindi
सिंहगड किला पुणे शहर में स्थित प्रसिद्ध किलो में से एक है| जो की पुणे शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दुरी पर स्तित है| यह किला पुणे के कई निवासियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है| बताया जाता है किले का निर्माण 2000 साल पहले किया गया था| यह किला समुद्रतल से लगभग 4400 फूट ऊँचाई पर स्थित हे| इस किले को मराठा साम्राज्य की शान के रूप में जाना जाता है| पहले यह किला कोंढाना के नाम से जाना जाता था| लेकिन 1670 में हुई लढाई के बाद छत्रपती शिवाजी महाराज ने इस किले का नाम कोंढाणा से सिंहगड रख दिया| इस किले पर कई सारे युद्ध हुए, उनमे से खासकर 1670 में सिंहगढ़ की लड़ाई| जिसमे छत्रपती शिवाजी महाराज के करीबी वीर सेनापती तानाजी मालुसरे ने अपने प्राण गवाये| उन्हीको समर्पित कर इस किले का नाम सिंहगड रख दिया गया| तानाजी मालुसरे के प्राण जाने के बाद शिवाजी महाराज के मुँह से “गड आला पण सिंह गेला” यह शब्द निकले थे|
सिंहगड किले पे कैसे पहुंचे? | How to reach sinhagad fort?
सिंहगड किले पर आप बोहोत से माध्यम से जा सकते है| पुणे शहर के स्वारगेट से आपको सीधे सिंहगड के लिए बस मिल सकती है| आप अपने प्राइवेट वाहन से आते है तो गूगल मैप की मदत से आप सीधे सिंहगड तक पहुंच सकते है|
6. लोहगड किला | Lohagad Fort In Hindi
लोहगड किल्ला पुणे शहर से 52 किलोमीटर दूर लोनावला हिल स्टेशन के पास है| यह किला समुद्रतल से लगभग 3400 फ़ीट की उचाई पर खूबसूरत सह्याद्री में स्थित है| इस लोहगड किल्ला का उपयोग मराठा साम्राज्य के वीर छत्रपती शिवजी महाराज अपना खजाना रखने के लिए करते थे| सर्दियों के सीजन में भरपूर मात्रा में लोग यहाँ घूमने के लिए आते है| यह किला ट्रैकिंग के लिए बेस्ट माना जाता है| लोहगड किले के साथ साथ आप उसी के नजदीक लोनावला हिल स्टेशन भी घूम सकते है|
7. पश्चिमी घाट | Western Ghat Pune In hindi
पश्चिमी घाट (Western Ghat) यह पुणे शहर के पास एक खूबसूरत घने जंगल और पहाड़ो के बिच एक जगह है| पुणे और मुंबई के लोग यह अपना वीकेंड बिताने आते है| बरसात के मौसम में यह जगह सबसे ज्यादा सुंदर होती है| यहां की हरीभरी पहाड़िया, छोटे छोटे झरने, भिन्न-विभिन्न प्रकार के फूल इस जगह को और ज्यादा आकर्षित बनाते है| जुलाई से अक्टूबर तक का समय यहाँ आने के लिए बेस्ट माना जाता है| अगर आओ पुणे शहर आये तो यह एक बार अवश्य जाये|
8. पार्वती हिल्स | Parvati Hill Pune In Hindi
पार्वती हिल्स यह पुणे शहर का सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय मंदिर है| जो की भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है| यह मंदिर समुद्रतल से 2100 फ़ीट की उचाई पर है| इसका निर्माण 1674 – 1818 के दौरान पेशवा द्वारा किया गया था| यहां जाने के लिए करीब 110 सीढ़िया चढ़नी पडती है| यह मंदिर पुणे शहर के बीचो बिच होने के कारन लोग यहाँ घूमने और यहाँ से पुणे शहर का विलोभनीय दृश्य देखने आते है|
पार्वती हिल्स का समय | parvati hill timings :
पार्वती हिल्स हर दिन सुबह 5:00 बजे से रात 8:00 बजे तक खुला रहता है|
9. मुलशी झील | Mulshi Lake In Hindi
मुळशी झील पुणे शहर से 50 किलोमीटर की दुरी पर स्थित एक खूबसूरत और आकर्षक झील है| यह झील पुणे के पश्चिमी घाट के बिच स्थित है| मॉनसून के सीजन में यह झील और उसके आस पास का परिसर देखने लायक होता है| यहाँ की सुंदरता, शांत पानी, हरीभरी पहाड़ियों से घिरी हुई यह मुळशी झील, पर्यटकों को आकर्षित करती है| इस मुलशी झील का निर्माण भद्रावती नदी के पानी को रोक कर किया गया है| यह ठिकान पुणे शहर और उसके आस पास के लोगो के लिए एक पिकनिक स्पॉट बन चूका है| लोग यहाँ अपने परिवार के साथ, दोस्तों के साथ वीकेंड मनाने आते है|
10. राजीव गांधी प्राणी उद्यान | Rajiv Gandhi Zoological Park Pune
राजीव गांधी प्राणी उद्यान (Rajiv Gandhi Zoological Park Pune) महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्थित एक प्रसिद्ध प्राणी उद्यान है जो की पुणे शहर के कात्रज में स्थित है| इसे कात्रज प्राणी उद्यान के नाम से भी जाना जाता है| यह उद्यान लगभग 130 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है| इस उद्यान में कई प्रकार के प्राणियों की प्रजाति मौजूद है| जिनमे सापों की कुल 22 प्रजातियां देखने को मिलती है| इसी प्रकार से इस उद्यान में कई सारे प्राणी और पक्षी की प्रजातियां देखने को मिलती है जिनमे टाइगर, व्हाईट टाइगर,रॉयल बंगाल टाइगर, तेंदुआ, बंदर, हाथी, बियर, कोब्रा, मगरमच्छ, केचुए और भी कई सारे प्राणी देखने को मिलते है| गर्मियों की छुट्टी में यहाँ बोहोत से पर्यटक अपने परिवार के साथ, दोस्तों के साथ घूमने आते है|
राजीव गांधी प्राणी उद्यान के खुलने का समय | Rajiv Gandhi National Park timing :
यह उद्यान सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है|
राजीव गांधी प्राणी उद्यान का प्रवेश शुल्क :
राजीव गांधी प्राणी उद्यान का प्रवेश शुल्क कुछ इस प्रकार से है|
प्रती व्यक्ति : 40 रुपये | छोटे बच्चे : 10 रुपये | विदेशी व्यक्ती : 100 रुपये
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